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Wednesday, September 15, 2021

आतंकियों को अफगानिस्तान से दूसरे देश पर हमला नहीं करने देंगे : तालिबान

आतंकियों को अफगानिस्तान से दूसरे देश पर हमला नहीं करने देंगे : तालिबान
source: google images

अफगानिस्तान में तालिबान को कब्जा किये हुए या तालिबान की सत्ता को अफगानिस्तान में आए हुए आज पूरा एक महीना हो गया है। राष्ट्पति अशरफ गनी  के देश छोड़ के जाने के बाद 15  अगस्त को तालिबान ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल पर कब्जा जमा लिया था वहीं अफगानिस्तान में तालिबान  सशान के डर से लाखो लोग देश छोड़ कर जा चुके है। इस दौरान काबुल एयरपोर्ट का दिल दहलाने वाला नजारा पूरी दुनिआ ने देखा की कैसे अफगानिस्तानी नागरिको ने तालिबान के दर से अमेरिकी विमान पर लटककर देश छोड़ ने कोशिश में अपनी जान तक गवादी।


वहीं मंगलवार को पहली बार औपचारिक रूप से सामने आकर तालिबान सरकार के विदेश मंत्री अमीर खान मुत्तकी ने कहा की नई तालिबान सरकार आतंकियों को किसी अन्य देश पर हमला करने के लिए अपनी धरती का इस्तिमाल नहीं करने देगी। तालिबान के विदेश मंत्री ने कहा की सरकार  अपने इस वादे पर कायम है। यह पहला मौका है की तालिबान के किसी मंत्री ने सामने आकर यह बात कही है।


तालिबानी विदेश मंत्री की पहली प्रेस कांफ्रेंस

तालिबान दूवारा अफगानिस्तान में सरकार के गठन के बाद यह पहला मौका था जब विदेश मंत्री मुत्तकी ने प्रेस कांफ्रेंस की। मुत्तकी ने सरकार भविष्य की नीति के बारें में कुछ नहीं बताया की अंतरिम सरकार कब तक रहेगी या सरकार में महिलाओ, अल्पसंख्य्को या अन्य गुटों को शामिल किया जायेगा या नहीं। हालांकि, तालिबान ने शरिया कानून लागू करने का ऐलान पहले से ही कर दिया। अब देखना ये है कि तालिबान अपने दूसरे कार्यकाल में किस तरह की सरकार चलता है। अफगानिस्तान के लोगो के साथ साथ दुनिया के अन्य देशो  नज़रें इसपर रहेगी।


प्रेस कांफ्रेंस में चुनवों की संभावना के बारे में पूछे जाने पर, मुत्तकी ने मांग की कि अन्य देश अफगानिस्तान के आंतरिक मुद्दों में हस्तक्षेप न करें। इससे पहले वर्ष 1996-2001 के बीच अपने पहले कार्यकल में तालिबान में सख्त शरिया कानून लगाया था जिसमें बड़ी लड़कियों की शिक्षा पर रोक लगाना औरतो को अकेले घर से बहार ना निकलना ये सब आता है।


पिछले साल एक समझोते के मुताबित, तालिबान ने सभी आतंकवादी समूहों के साथ संबंध तोड़ने और ये सुनिश्चित करने का वादा किया था की भविष्य में वह अपने क्षेत्र से किसी भी देश को कोई खतरा या नुकसान पैदा नहीं होने देगा। समझौते के बारे में पूछे जाने पर मुत्तकी ने कहा, 'हम किसी भी व्यक्ति या किसी भी समूह को किसी अन्य देश के खिलाफ अपनी भूमि का इस्तेमाल करने की अनुमति नहीं देंगे।' 


हलाकि तालिबान तक पंजशीर प्रान्त पर नियंत्रण नहीं कर पाया है, अफगानिस्तान में तालिबान के कट्टर विरोधी अहमद मसूद के नेतृत्व वाली नेशनल रेजिस्टेंस फ्रंट आज भी तालिबान लडाको का जम कर मुकाबला कर रहे है। अहमद मसूद का कहना है की जब तक पांशीर का एक आदमी भी ज़िंदा रहेगा वो फाइट करते रहेंगे।

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